Thursday, March 31, 2011

Thursday, March 10, 2011

होली / दीनदयाल शर्मा

होली / दीनदयाल शर्मा


रंगों का त्यौंहार जब आए
टाबर टोल़ी के मन भाए।

नीला पीला लाल गुलाबी
रंग आपस में खूब रचाए।


रंग की भर मारें पिचकारी
'होली है' का शोर मचाए।

सूरत सबकी एक-सी लगती
इक दूजा पहचान न पाए।

बुरा न माने इस दिन कोई
सारे ही रंग में रच जाए।।